top of page
Writer's pictureBhupendra jain

अवसरों का स्वागत: भाग्य के दरवाजे पर खटखटाने का तरीका।


हमारी परंपराओं और रीतिरिवाजों के अद्भुद मिश्रण के बीच, एक अद्भुद मिठास है जो हमें केवल अपनी जड़ों से ही नहीं जोड़ता, बल्कि हमें एक मूल्यवान जीवन जीना और व्यापार करना सिखाता है। जब हम अपने जड़ो से जुड़ते है, तो हम बदलाव का स्वागत करने के लिए हमेशा तैयार रहने का मूल्यवान ज्ञान प्राप्त करते हैं। साथ ही कुछ हास्यास्पद और मित्रता पूर्ण सुझावों को भी प्राप्त करते हैं।


भविष्य के लिए देवता का आशीर्वाद प्राप्त करने का दिन।

जिस प्रकार धूप बत्ती की सुगंध और प्रार्थना की मधुर वाणी दिन को खास बना देती है। भक्त भविष्य के लिए अपनी आकांक्षाओं और आशाओं को भगवान के समक्ष रखते हैं और आशीर्वाद की कामना करते है। यह वही समय होता है जब हम सकारात्मकता के साथ भगवान पर भरोसा करते हैं। लेकिन आध्यात्मिक पहलू के पार, हम सब के लिए यह एक सीख़ होती है की - हमे हमेशा आने वाले अवसरों को ग्रहण करना चाहिए।


व्यवसायिक सीख़- हमे हमेशा नये अवसरों की तलाश करनी चाहिए और आने वाले अवसरों को स्वीकार करना चाहिए।


दो प्रिंटरों की कहानी-


एक प्रिंटर राज हैं, जिसकी मार्केट में अपनी फैक्ट्री हैं। और वह अपनी फैक्ट्री की दिनचर्या के साथ संतुष्ट है। वह प्रतिदिन फैक्ट्री खोलता है, आये हुए आर्डर को प्रिंट करता हैं ,और फैक्ट्री बंद करता हैं , यही क्रिया दोहराता है। और नए अवसरों की तलाश नहीं करता हैं।

दूसरा प्रिंटर हैं, पंकज। उसकी भी मार्केट में अपनी फैक्ट्री हैं। वह भी प्रतिदिन फैक्ट्री खोलता है, आये हुए आर्डर को प्रिंट करता हैं ,और फैक्ट्री बंद करता हैं , परन्तु वह नये अवसरों की तलाश भी करता रहता है।

एक दिन,एक सामाजिक समिति उनके साथ मिलकर एक विशेष अवसर के लिए सहयोग की मांग करती है। राज मना कर देता है, परन्तु पंकज खुशी-खुशी सहमत हो जाता है, और समिति की मदद करता है। जिससे उसका नये व्यक्तियों से संपर्क होता हैं जो आगे चलकर उसके ग्राहक बनते हैं। । मगर राज, जो अवसरों की तलाश करने की कोशिश नहीं कर रहा है, इस अवसर से बच जाता है।

यहां सबक सीधा है: पंकज की तरह हमेशा नए अवसरों की तलाश करो। नेटवर्किंग घटनाओं में भाग लो, दूसरों के साथ सहयोग करो, और नए बाजारों की तलाश करो। जैसे पंकज ने इस अवसर का उपयोग कर उसे लाभ में बदला। उसी प्रकार हर व्यापारी को आने वाले अवसरों का लाभ लेना चाहिए।


व्यवसायिक सीख़ : आने वाली चुनौतियों का सामना करो और उसे अवसर बनाकर उससे लाभ लो।


4 views0 comments

Comentários


bottom of page